"गुरमीत चड्ढा के अनुसार भारत पूरी तरह तैयार, बाजार में अल्पकालिक अस्थिरता संभव पर घबराने की जरुरत नहीं है। मैक्रो इकॉनॉमी मजबूत स्थिति में।"

"भारत-पाक तनाव: बाजार पर प्रभाव"

"पिछले 8-10 वर्षों में भारत ने रक्षा क्षेत्र को मजबूत किया। HAL, जेन टेक, भारत फोर्ज जैसी कंपनियों को एक्सपोर्ट ऑर्डर में वृद्धि की उम्मीद।"

"रक्षा क्षेत्र: दीर्घकालिक निवेश अवसर"

"अस्थिरता के दौर में सेलेक्टिव निवेश जरूरी। EPC और रक्षा क्षेत्र पर फोकस, लंबी अवधि के लिए पोर्टफोलियो में शामिल करें।"

"निवेशक रणनीति: संयम बनाए रखें"

"2016 और 2019 के उदाहरण दिखाते हैं कि तनाव कम होते ही बाजार ने शानदार वापसी की। इस बार भी ऐसी ही उम्मीद।"

"ऐतिहासिक पैटर्न: तनाव के बाद रिकवरी"

"प्रशांत खेमका के मुताबिक, तनाव लंबा नहीं खिंचेगा। स्थिति नियंत्रण में आते ही बाजार स्थिर हो जाएगा।"

"व्हाइट ओक ग्रुप का विश्लेषण"

"खेमका ने चेतावनी दी - यदि तनाव बढ़ा तो बाजार में 10% तक गिरावट संभव, पर यह अस्थायी होगी।"

"जोखिम परिदृश्य: 10% संभावित गिरावट"

"विशेषज्ञ सलाह देते हैं - घबराकर न निकलें, दीर्घकालिक नजरिए से निवेश जारी रखना बेहतर रणनीति।" स्रोत:-मनी कंट्रोल(हिंदी)

"अंतिम सलाह: निवेश जारी रखें"

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